कांग्रेस की थूक कर चाटने की आदत बन गई है, कांग्रेस ने 2019 के घोषणा पत्र में जो वादा किया था, उसे क्यों झुठला रही है: कटारिया

मोदी सरकार ने किसानों के हित में ऐतिहासिक एवं क्रांतिकारी निर्णय लिया है: गुलाबचन्द कटारिया
कांग्रेस विधेयकों को बिना पढ़े ही दुष्प्रचार कर रही है: कटारिया
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जयपुर, 21 सितम्बर। भाजपा प्रदेश कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि, कांग्रेस केन्द्र सरकार के कृषि विधेयकों के बारे में अमर्यादित एवं अलोकतांत्रिक शब्दों का प्रयोग कर काला कानून बता रही है, लेकिन हकीकत यह है कि विधेयक देश के किसानों के हित में है, उन्नति के लिए है, जिसे कांग्रेस के नेताओं ने पढ़ा तक नहीं है, बिना पढ़े ही जनता को भ्रमित कर विरोध कर रहे हैं।
गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि कांग्रेस को इन विधेयकों को पहले ठीक से पढ़ना चाहिए, जिससे स्पष्ट हो जाएगा कि एक्ट में जो संशोधन किया है, वो इतने वर्षों से व्यापारियों, किसानों, स्वामीनाथन आयोग एवं किसानों के हितों को लेकर लम्बे समय तक लेख लिखने वाले शरद जोशी ने भी मांग उठाई थी। उन्होंने कहा कि, किसानों की कृषि सुधारों को लेकर लम्बे समय से मांग थी, जिस पर 55 सालों तक राज करने वाली कांग्रेस ने कभी ध्यान नहीं दिया, लेकिन मोदी सरकार ने किसानों के हित में ऐतिहासिक एवं क्रांतिकारी निर्णय लिया है।
कटारिया ने कहा कि, कांग्रेस मोदी सरकार के विधेयकों का जनता को गुमराह करने के लिए विरोध कर रही है, जबकि हकीकत यह है कि कांगे्रस ने 2019 के स्वयं के घोषणा पत्र में कृषि से सम्बन्धित कानून बनाने का वादा किया था। किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने एवं उन्नति के लिए केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये विधेयकों को लेकर कांग्रेस को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को धन्यवाद देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि, केन्द्र सरकार के नये प्रावधानों के मुताबिक किसान अपनी फसल को कहीं भी, कभी भी बेचने के लिए स्वतंत्र है और फसल की कीमत भी खुद ही तय करेगा, पहले व्यापारी तय करता था, इस संकट से किसान को अब मुक्ति मिली है। हमारे यहां मंडी सिस्टम है, मंडी में किसान के ऊपर कितना टैक्स लगता है, यह कोई व्यापारी नहीं भरता है, यह सीधा किसान भरता है। देश में सबसे अधिक मंडी टैक्स राजस्थान में लिया जाता है, जो किसान पर बड़ी मार है, इसे कम करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत क्यों गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं।
कटारिया ने कहा कि, कांग्रेस ने एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) को 55 सालों के राज में ना के बराबर बढ़ाया, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश की आजादी से अब तक एमएसपी में सबसे अधिक बढ़ोतरी की है, जो किसानों की आमदनी बढ़ाने में बहुत कारगर साबित हो रहा है और मोदी सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के प्रति दृढ़ संकल्पित है। कटारिया ने कहा कि, कांग्रेस की थूक कर चाटने की आदत बन गई है, कांग्रेस के 2019 घोषणा पत्र के पेज नंबर 17 पर पढ़ें उसमें यही मांग की थी और अब इसको कांग्रेस काला कानून भी बता रही है। इसमें दूसरा प्रस्ताव संविदा खेती का है, संविदा खेती में किसान अपनी फसल का दाम तय करके एग्रीमेंट करेगा, जो तय किया है, वही रेट किसान को मिलेगी, इसमें जमीन हड़पने की बात कहां से आ गई, कांग्रेस विधेयकों को बिना पढ़े इस बारे में क्यों दुष्प्रचार कर रही है।
कटारिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, 2003 में कर्नाटक और मध्य प्रदेश में संविदा खेती के आधार पर फल और सब्जी की खेती का काॅट्रैक्ट किया, 2006 में महाराष्ट्र में किया, 2007 में हरियाणा में किया और यह पंजाब उड़ीसा और तमिलनाडु में आप की सरकार थी तब इतने अमेंडमेंट करके संविदा खेती को आगे बढ़ाया, संविदा खेती को आगे बढ़ाते हो तब तो कानून अच्छा है, किसान को फसल का पहले ही दाम मिल जाएगा तो इसमें बुरा क्या है, राजस्थान में किसी ने लगान माफ किए हैं तो वह स्व. भैरों सिंह शेखावत थे।
उन्होंने कहा कि, किसान सम्मान निधि के आधार पर देश के नौ करोड़ किसानों को हर साल 3 किस्तों में 72 हजार करोड़ रुपए उनके खाते में जा रहा है, 93हजार करोड़ रुपए आॅनलाइन उनके खाते में पहुंच गया। किसान की फसल का बीमा अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने किया था, किसान क्रेडिट कार्ड की सौगात भी दी थी, जिसका आज भी देश के करोड़ों किसान लाभ ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, किसानों को अच्छे दाम मिलने से ही देश तरक्की करेगा और यही काम मोदी सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए कर रही है। इस दौरान प्रेसवार्ता में प्रदेश उपाध्यक्ष माधोराम चैधरी, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा भी मौजूद रहे।