मुस्लिम मुसाफिर खाना में मनाई गई – डॉ बाबा साहब अम्बेडकर की जयंती

Dalit – Muslims come to a stage – Jaipur Muslims celebrate Muslim fasting – Baba Saheb
Ambedkar Jayanti (on Eve)
दलित – मुस्लिम आयें एक मंच पर – जयपुर मुस्लिम मुसाफ़िर खाना में धूमधाम से मनाई – बाबा साहब अम्बेडकर जयंती { पूर्व संध्या पर }
जयपुर दिनांक 13 अप्रैल 2019 | ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल एवं दलित मुस्लिम एकता मंच राजस्थान के तत्वावधान में युगपुरुष भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में मुस्लिम मुसाफिर खाना जयपुर में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया ।
गोष्टी में बड़ी संख्या में दलित मुस्लिम वर्ग के प्रबुद्ध नागरिकों ने शिरकत की गोष्टी में विचारणीय मुख्य बिंदु बाबा साहब द्वारा दिया गया देश को तोहफा संविधान की रक्षा पर मौजूद चुनौतियां एवं समाज के वंचित वर्ग को जनसंख्या के अनुपात में शासन व प्रशासन में प्रतिनिधित्व विषयों पर विचार प्रस्तुत किए गए ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री अनिल गोठवाल पूर्व पुलिस अधिकारी ने की मुख्य वक्ताओं में आदर्श नगर जयपुर के विधायक श्री मोहम्मद रफीक के अतिरिक्त मुस्लिम वर्ग एवं दलित वर्ग के गणमान्य नेता श्री राजाराम मील, सुरेश कल्याणी, नवीन डांगी,रामेश्वर लाल सेवार्थी, धर्मेन्द्र अंचरा , पत्रकार पवन देव, मोहन लाल बैरवा ,अब्दुल कयूम अख्तर, सैयद असगर अली, शकील उर रहमान इत्यादि ने संबोधित किया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर पूर्व प्रशासनिक अधिकारी श्री उमराव सालोदिया ने भी अपने विचार रखते हुए देश के संविधान की विशेषताएं एवं वर्तमान में उसके समक्ष चुनौतियों पर अपने विचार व्यक्त किए और यह भी कहा कि मैं अब दलित और मुस्लिम दोनों समाज में सेतु के तौर पर काम करते हुए इनमें आपसी सामंजस्य पैदा करने के लिए कार्य करूंगा।
दलित – मुस्लिम एकता मंच के मुख्य संयोजक श्री अब्दुल लतीफ आरको ने अपने उद्बोधन में विशेष तौर पर आव्हान किया, वक्त की आवश्यकता है कि दलित मुस्लिम एक हो कर देश के समक्ष जो चुनौतियां हैं, जो सांप्रदायिक ताकतें देश को विघटन करना चाहती हैं उनको विफल बनाने के लिए दलित मुस्लिमों को आगे आकर एकता के साथ विशेष कर आने वाले लोकसभा चुनाव में बड़ी तादाद में वोट देकर मनुवादी प्रत्याशियों को सत्ता से बेदखल करने की कोशिश करनी चाहिए ।
सभी वक्ता गण ने वर्तमान में 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव जो देश की दिशा में दशा का निर्धारण करेंगे ने एकजुट होकर दलित मुस्लिम वर्ग के मतदाताओं को बड़ी संख्या में मतदान करने का आव्हान किया गया ताकि वर्ण व्यवस्था में विश्वास रखने वाली मनुवादी ताकतों को सत्ता से बेदखल किया जा सके तथा बाबा साहब द्वारा देश को दिया गये संविधान की रक्षा की जा सके यही आज के दिन बाबा साहब को श्रद्धांजलि होगी।